मनेंद्रगढ़ बहरूपिया प्रतियोगिता में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री और बोले स्वच्छ वातावरण और मनोरंजन का साधन है बहरूपिया। 30 सालों से मनेंद्रगढ़ में हो रहा है बहरूपिया का आयोजन।
MCB/मनेंद्रगढ़/
बाहरी कला का प्रदर्शन बहरूपिया प्रतियोगिता का सफल आयोजन एमसीबी जिले के मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में 31 दिसम्बर 2024 को मनेंद्रगढ़ सांस्कृतिक मंच द्वारा किया गया। इस आयोजन में 43 प्रतिभागियों ने भाग लेकर अपने प्रदर्शन के माध्यम से क्षेत्र के लोगों को एक संदेश देने काम किया है। विलुप्ति की कगार में खड़ा बहरूपिया को मनेंद्रगढ़ में आयोजित करते 30 साल गुजर गए इन 30 सालों में कलाकारों द्वारा हर साल कुछ नया करने की मंशा से एक साल तैयारी करते है। आधुनिक युग में बहरूपिया का यह कार्यक्रम पुराने साल की विदाई और नए साल के स्वागत के साथ शुरू किया जाता है। हर वर्ष की तरह इस साल भी क्षेत्र के विधायक और प्रदेश में केबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल सीधे राजधानी रायपुर से मनेंद्रगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान सबसे पहले पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों से मुलाकात की और विभिन्न विषयों पर चर्चा कर क्षेत्र के विभागीय कार्य के संपादन का हाल चाल जाना और इसके पाश्चात् बहरूपिया कार्यक्रम में शामिल हुए। पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से पैदल लाव लश्कर के साथ निकले स्वास्थ्य मंत्री रास्ते में कई कलाकारों से मिलते हुए उनके द्वारा दिए जा रहे संदेशों के बारे में जाना और नए वर्ष 2025 की बधाई दी। हजारों की भीड़ के बीच स्वास्थ्य मंत्री आम जनता से भी मिलते रहे इस दौरान कई प्रशानिक अधिकारियों को निर्देश देते भी दिखे वही आम जनता अपने बीच प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को पाकर काफी खुश नजर आई। मंच से क्षेत्र की जनता, कलाकारों सहित प्रदेश को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि बहरूपिया प्रतियोगिता आधुनिक युग में स्वच्छ मनोरंजन का एक बड़ा साधन है इससे ना सिर्फ अच्छा वातावरण निर्मित होता है बल्कि नए साल का नया उत्साह, मनोरंजन, भाईचारा और संदेशों का संगम देखने को मिलता है। उन्होंने आगे कहा कि आज का दिन मनेंद्रगढ़ के लिए उत्साह और खुशियों का दिन है और इस दिन का इंतजार हम एक साल से करते है। इस शुभ अवसर के मौके पर बहरूपिया प्रतियोगिता में आए आस पास के जिलों सहित पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के कलाकारों, प्रतिभागियों और जन मानस, माताओं, बहनों व नन्हे मुन्हें बच्चों को सबसे पहले नए साल की बहुत बहुत बधाई देता हूं। आगे कहा कि नौजवानों से कहना चाहता हूं कि यह सिर्फ बहरूपिया प्रतियोगिता बस नहीं है, एक मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि इससे समाज में कई प्रकार के संदेशों का संचार होता है वही एक प्रतिभागी द्वारा वृक्षारोपण के संदेश पर बोले कि प्रधानमंत्री जी ने देश से आह्वान किया था कि एक मां के नाम पेड़ लगाइए तो निश्चित रूप से आप भी एक पेड़ लगाए और तो और किसान की मेहनत के संदेश पर भी स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी बात कही। आगे कहा कि मनेंद्रगढ़ सांस्कृतिक मंच से कहा कि आज का दिन मनेंद्रगढ़ के लिए उत्साह और खुशियों का दिन है और इस दिन का इंतजार हम एक साल से करते है। इस शुभ अवसर के मौके पर बहरूपिया प्रतियोगिता में आए आस पास के जिलों सहित पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के कलाकारों, प्रतिभागियों और जन मानस का माताओं, बहनों व नन्हे मुन्हें बच्चों को सबसे पहले नए साल की बहुत बहुत बधाई देता हूं। आगे कहा कि नौजवानों से कहना चाहता हूं कि यह बहरूपिया प्रतियोगिता बस नहीं है, एक मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि इससे समाज में कई प्रकार के संदेशों का संचार होता है वही एक प्रतिभागी द्वारा वृक्षारोपण के संदेश पर बोले कि प्रधानमंत्री जी ने देश से आह्वान किया था कि एक मां के नाम लगाइए तो निश्चित रूप से आप भी एक पेड़ लगाए और तो और किसान की मेहनत के संदेश पर भी स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी बात कही और अंत में एक फिर सभी को नए साल की शुभकामनाएं प्रेषित की। इस बहरूपिया कार्यक्रम के मंच में भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल केशवानी, पूर्व विधायक, नपा अध्यक्ष मनेंद्रगढ़, पूर्व नपा अध्यक्ष, सहित भाजपा पदाधिकारी सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मनेंद्रगढ़ में बहुरुपिया प्रतियोगिता का आयोजन: समाजिक मुद्दों पर जागरूकता और कला का संगम
जिले के मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में मंगलवार को एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 2024 की विदाई और नववर्ष 2025 के स्वागत के अवसर पर बहुरुपिया प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल मनोरंजन प्रदान करना था, बल्कि समाज के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता फैलाना भी था। सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को आकर्षित किया।
प्रतिभागियों की विविधता और कलाकारों की प्रस्तुति –
इस बहुरुपिया प्रतियोगिता में 70 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें से कुछ एकल प्रदर्शनकारियों के रूप में थे और कुछ समूह में प्रस्तुतियाँ दे रहे थे। इन कलाकारों ने न केवल अद्भुत अभिनय किया, बल्कि अपनी विभिन्न वेशभूषाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त महत्वपूर्ण समस्याओं को उठाया। कलाकारों ने अपने प्रदर्शन के दौरान आम जनता को पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, साइबर क्राइम, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया।
प्राकृतिक और सामाजिक मुद्दों पर फोकस –
इस प्रतियोगिता के दौरान विभिन्न कलाकारों ने शानदार वेशभूषा में अपने संदेशों को प्रस्तुत किया। एक प्रतिभागी ने वृक्ष के रूप में अपना प्रदर्शन किया और अधिक पौधे लगाने की अपील की। इस संदेश को उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देकर दिया। एक अन्य प्रतिभागी विशालकाय कछुए के रूप में सड़क पर घूमा और जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहे नुकसान के बारे में लोगों को सचेत किया।
इसके अतिरिक्त, एक बच्ची ने तितली के रूप में अपनी प्रस्तुति दी और पर्यावरण बचाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि यदि हम अपनी पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा नहीं करेंगे, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यह खतरे में पड़ सकता है।
महिला सशक्तिकरण पर जोर
झांसी की रानी के रूप में एक प्रतिभागी ने महिलाओं को निडर होकर अपने अधिकारों के लिए खड़ा होने की प्रेरणा दी। उन्होंने अपने अभिनय के जरिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और समाज में अपनी पहचान बनाने की प्रेरणा दी।
सुरक्षा और व्यवस्थापन
कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस प्रशासन ने भी पूरी तैयारी की थी। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस जवान तैनात थे, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचा जा सके और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके। कार्यक्रम के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती थी।
मुख्य अतिथि का उद्बोधन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल उपस्थित थे। उन्होंने कार्यक्रम में भाग ले रहे सभी कलाकारों की सराहना की और इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजनों को समाज के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “इस तरह के आयोजनों से समाज में जागरूकता फैलती है और यह युवा पीढ़ी को सही दिशा में सोचने और काम करने की प्रेरणा देता है। कलाकारों द्वारा उठाए गए मुद्दे केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये समाज के निर्माण में योगदान देने वाले महत्वपूर्ण संदेश हैं।”
समारोह का समापन और उत्सव की भावना
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किए गए और इस आयोजन के सफल संचालन के लिए सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजकों का आभार व्यक्त किया गया। नववर्ष 2025 के स्वागत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसमें सभी उपस्थित जनमानस ने नए वर्ष की शुभकामनाएं दीं और एकजुट होकर अपने समाज के भले के लिए काम करने का संकल्प लिया।
यह बहुरुपिया प्रतियोगिता न केवल एक सांस्कृतिक उत्सव साबित हुई, बल्कि इसने स्थानीय समुदाय को सामाजिक जागरूकता, जिम्मेदारी और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता का एहसास भी दिलाया।